Hindi Love Shayari

 
पता नही होश मे हूँ..... या
पता नही होश मे हूँ.....
या बेहोश हूँ मैं.....
पर बहूत सोच .......
समझकर खामोश हूँ मैं.
ठंडी रोटी अक्सर उनके ही नसीब में होती है . .जो अपनों के लिए कमाई करके देर से घर लौटते हैं...!!
एक ऐसा जहान,
जहाँ कोई न हो
सिवाय मेरे
और
तेरी यादों के.....!!!
हर मर्ज़ का इलाज नहीं दवाखाने में...
कुछ दर्द चले जाते है सिर्फ मुस्कुराने में...!!!
चाहिए मुझे वही सुनहरी घूप
चाहिए खुली हवा
हवा में घुली नमी से भीगना है
कब तलक पलकों की कैद में रखोगे मुझे
किसी दिन रोशन होगी मेरी भी जिंदगी इंतजार सुबह का नही, किसी के लौट आने का है ऐसा होगा तो नही पर दिल है के मानता नहीं
आँख खुलते ही याद आ जाता
आँख खुलते ही याद आ जाता हैं तेरा चेहरा...,
दिन की ये पहली खुशी भी कमाल होती है...!
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